सोमवार, 27 दिसंबर 2010

जीसस क्राइस्ट की सौगंध - २

आज हमारे राष्ट्र में सैंकड़ों ऐसे संस्थान हैं जिनके नाम सेंट शब्द से शुरू होते हैं जैसे सेंट जॉन, सेंट जेवियर आदि. इन नामों से ऐसा आभास होता है कि मानो ये किसी पवित्र संत के नाम से रखे गए हों. क्योंकि इसाई सम्प्रदाय की मानसिकता हिन्दू धर्म से पूर्ण रूप से भिन्न है इसलिए इसाई संत भी हिन्दू संतों से पूर्ण रूप से भिन्न होते हैं. यदि इन तथाकथित संतों की मानसिकता समझनी हो तो ये शपथ समारोह अत्यंत आवश्यक है. इस समारोह का दृश्य और आरम्भ जानने के लिए जीसस क्राइस्ट की सौगंध - १ पढ़ें. यहाँ उस शपथ का अनुवाद दिया जा रहा है जो केवल उन्ही पादरियों को दिलाई जाती है जोकि विश्वासपात्र माने जाते हैं.
ये शपथ पत्र अमरीकी कांग्रेस के दस्तावेजों में और उनके आधिकारिक पुस्तकालय में अंकित है. अमरीकी कांग्रेस भारतीय कांग्रेस की भांति एक अकेले राजवंश का चाटुकार संस्थान न हो कर दोनों मुख्य राजनैतिक दलों का संस्थान है जिसमें जनता के प्रतिनिधि सीधे चुन कर आते हैं.
(Jesuit Extreme Oath of Induction as recorded in the Journals of the 62nd Congress 3rd Session of the US Congressional Record) (House Calendar # 397 Report # 1523 of February 15 1913 on page # 3215 to 3216)
अमरीकी कांग्रेस का उल्लेख करने का तात्पर्य है कि ये शपथ पत्र किसी की कल्पना नहीं है अपितु एक सच्चा पत्र है.
ये शपथ प्रार्थक, सुपीरिअर के पीछे पीछे दोहराता है. कुछ विशेष शब्दों की ओर पाठकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्हें गहरा कर के दिखाया है.

मैं _______________, इश्वर, सुखी कुंवारी मरियम, सुखी सेंट जौहन, पवित्र पैगम्बरों, सेंट पीटर और सेंट पॉल, और सभी संतों, स्वर्ग के निवासी, मेरे होली फादर, सोसाइटी ऑफ जीसस के प्रमुख जिसे सेंट इग्नाशिअस लोयोला ने पॉल तृतीय के अधीन स्थापित किया और जो अभी भी निरंतर विद्यमान है, कुंवारी के गर्भ, इश्वर के सांचे और जीसस क्राइस्ट को उपस्थित जान कर ये शपथ लेता हूँ कि 
पोप क्राइस्ट का प्रतिनिधि है और कैथोलिक अथवा विश्व चर्च का एकमात्र प्रधान है और मेरे रक्षक जीसस क्राइस्ट द्वारा दिए गए अधिकार से उसे किसी भी नास्तिक राजा, राजकुमार, राष्ट्र अथवा शासन को हटाने अथवा उसे नष्ट करने का अधिकार है. इसलिए मैं अपने सामर्थ्य के अनुसार, उन सब से जो इस सिद्धांत को और पोप के अधिकार को हड़पते हैं, विशेषतः जर्मनी, हौलैंड, डेनमार्क, स्वीडन और नोर्वे के लुथरियन चर्च, इंग्लैण्ड, स्कौटलैंड और आयरलैंड के ढोंगी चर्च अधिकारी और उन की विभिन्न शाखाएँ जो अमरीका में हैं, और उन के सभी माननेवालों से, और जो नास्तिक रोम की चर्च का विरोध करते हैं, रक्षा करूँगा ताकि उन्हें हड़प लिया जाए. मैं किसी भी नास्तिक राजा, राजकुमार अथवा शासन, वो प्रोटेस्टेंट हों अथवा लिबरल, से अपने को मुक्त घोषित करता हूँ और उनके सभी नियमों, अधिकारियों अथवा न्यायाधीशों को नकारता हूँ.
मैं अन्य सभी चर्चों के मतों को घिनौना घोषित करता हूँ, वे इंग्लैण्ड, स्कौटलैंड, कल्विनिस्ट, हुगुएनोट्स अथवा प्रोटेस्टेंट या मेसन हों, और उन्हें भी घिनौना मानता हूँ जो उन्हें नहीं त्याग देते. मैं ये भी घोषणा करता हूँ कि मैं कहीं भी रहूँ, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी, हौलैंड, आयरलैंड, अमरीका अथवा अन्य किसी भी राज्य या क्षेत्र में, मैं पोप और उस के लोगों को सहायता और मंत्रणा देता रहूँगा और भरसक प्रयास करूंगा कि नास्तिक प्रोटेस्टेंट अथवा मेसनी मत को उखाड़ दूं और उनकी सारी दिखावटी शक्ति, वैधानिक अथवा अन्य को नष्ट कर दूं.
मैं ये प्रतिज्ञा और घोषणा करता हूँ कि मैं चर्च मां के हित में, किसी भी नास्तिक सम्प्रदाय का रूप धर लूँगा; चर्च के सभी रहस्य और जासूसों की जानकारी को गुप्त रखूँगा. किसी भी परिस्थिति में अपनी कोई जानकारी, प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष, लिख कर या बोल कर किसी को नहीं दूंगा. मुझे अपने होली फादर अथवा इस पवित्र संस्थान द्वारा जो भी करने का आदेश दिया जाएगा, वो मैं पूरा करूँगा. मैं ये भी घोषणा करता हूँ कि एक लाश की भांति, मेरी कोई निजी राय नहीं होगी और न ही किसी प्रकार की कोई मानसिक अवरोध होगा. मैं बिना झिझक के जीसस क्राइस्ट और पोप की इस सेना के अधिकारियों के आदेशों का पालन करूंगा. मैं विश्व के किसी भी भाग में रहूँ, वो उत्तर के जमे हुए क्षेत्र हों, भारत के जंगल हों, यूरोप की सभ्यता हो अथवा अमरीकी वहशी दरिंदों का जंगली क्षेत्र हो, मैं बिना किसी विरोध के रहूँगा, जहां कहा जाएगा.
मैं ये भी घोषणा करता हूँ कि अवसर मिलते ही मैं नास्तिकों,प्रोटेस्टेंट और मेसनी के विरुद्ध छिप कर अथवा खुला युद्ध निर्दयता से करूँगा, जैसा कि मुझे निर्देश है कि उन्हें पूरी धरती से उखाड़ फेंकना है. मैं किसी की आयु, लिंग अथवा स्थिति का सम्मान नहीं करूंगा. मैं इन कुख्यात नास्तिकों को फांसी लटका दूंगा, जला दूंगा, गला घोंट दूंगा, खाल उतार लूँगा, उबाल दूंगा अथवा जीवित ही भूमि में गाढ़ दूंगा. मैं इन के पेट और इनकी महिलाओं की कोख चीर दूंगा, उनके अबोध बच्चों के सर दीवार से कुचल दूंगा ताकि इनकी घृणित वंशावली ही नष्ट हो जाए. और यदि ऐसा प्रत्यक्ष में नहीं कर पाया तो मैं छुप कर विष युक्त प्यालों का, गला घोंटने वाली रस्सी का, इस्पात के खंजर का या गोलियों का प्रयोग करूंगा. जब मुझे ऐसा करने का निर्देश पोप से, होली फादर से, किसी अधिकारी से अथवा किसी जासूस से मिलेगा तो मैं उस व्यक्ति के सम्मान, पद, अधिकार अथवा प्रतिष्ठा को बिना देखे, उसकी निजी अथवा सार्वजनिक स्थिति को बिना देखे निर्देश के अनुसार कार्य करूंगा. ये सब, जिसके लिए मैं अपना जीवन, आत्मा और सारी शक्ति समर्पित कर रहा हूँ, इस की पुष्टि के लिए मैं इस कटार से जो मुझे अब प्राप्त हुई है, अपना नाम अपने खून से लिखता हूँ. 
यदि मैं ये सब नहीं करूँ अथवा मेरी इच्छा शक्ति कम हो जाए तो मैं चाहूंगा कि 
पोप की सेना के मेरे साथी सैनिक और भाई,  मेरे हाथ पाँव काट दें, मेरी गर्दन एक कान से दूसरे कान तक काट दें, मेरा पेट चीर कर उस में गंधक जला दें और वो सभी दंड दें जो कि दिए जा सकते हैं और मेरी आत्मा को शैतान नरक में सदा के लिए यातना दें. मैं मतदान के समय प्रोटेस्टेंट अथवा मेसनी को छोड़ कर सदा अपने कैथोलिक  प्रत्याशी को ही मत दूंगा. यदि दो कैथोलिक होंगे तो मैं उसे मत दूंगा जो चर्च का अधिक समर्थन करेगा. यदि मेरे बस में होगा तो मैं न तो प्रोटेस्टेंट से संबंध रखूंगा और न ही उसे काम पर रखूंगा. मैं कैथोलिक लड़कियों को प्रोटेस्टेंट घरों में पहुंचाऊंगा और उनसे साप्ताहिक सूचना लेता रहूँगा ताकि नास्तिकों की अंदरूनी गतिविधियों जान सकूँ. मैं अपने लिए शास्त्रों और गोला बारूद का प्रबंध रखूँगा ताकि जब भी चर्च की रक्षा के लिए जब भी मुझे व्यक्तिगत रूप से अथवा पोप की सेना के रूप में आदेश मिले तो मैं तत्पर रहूँ. 
मैं,____________, जीसस, होली फादर और होली घोस्ट की सौगंध खाता हूँ और इस कटार की नोक से अपने खून से इस पवित्र वस्तु पर अपना अपना नाम लिख रहा हूँ और मुहर लगा रहा हूँ.
जो पत्र उसे सुपीरिअर द्वारा दिया जाता है, वो उस पर अपने ह्रदय के ऊपर से लिए गए अपने रक्त में कटार भिगो कर अपना नाम लिखता है.
सोसायटी ऑफ जीसस की मुहर 

क्योंकि हम एक ऐसी शिक्षा व्यवस्था की उपज हैं, जिस का स्थापन ईसाईयों ने सन १८३५ में किया था, इसलिए हमारे लिए इसाइयत के इस रूप को सहज विश्वास कर पाना संभव नहीं है. इसके पश्चात सुपीरिअर उसे क्या निर्देश देते हैं, उसके लिए देखें  जीसस क्राइस्ट की सौगंध - ३

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