गुरुवार, 10 फ़रवरी 2011

होली फादर का सेक्स रैकेट

भूतपूर्व पादरी एंथोनी गैविंस अपनी पुस्तक 'ए मास्टरकी तो पोपरी' में एक पादरी, जो मृत्यु शैय्या पर है, के कन्फैशन का उल्लेख करते हैं जो हमें उजले लबादे के पीछे छिपे राक्षसों के जीवन की एक झलक देता है. एंथोनी गैविंस ने इस पादरी की पहचान छिपाने के लिए उसे डोन पाउलो  के नाम से संबोधित किया है. ये कन्फैशन इस प्रकार है:
मैं अपनी चर्च में १६ वर्ष के लिए पादरी रहा हूँ और इस काल में मैंने अपने क्षेत्र में बसने वाले १६०० घरों में से लगभग प्रत्येक को ही धोखा दिया है. मेरे पास कोई पैत्रिक धन अथवा समाप्ती नहीं थी किन्तु आज मेरे पास १५,००० सिक्के हैं और ६,००० सिक्के मैं दे चुका हूँ. मेरा जीवन यापन एक वर्ष में लगभग ४०० सिक्कों से हो जाता है. 
जब से मैंने कन्फैशन सुनने आरम्भ किये, मेरे विचार कभी भी स्वच्छ नहीं रहे; किन्तु मेरा व्यवहार और बात चीत, इन सब के प्रति कठोर और अनुशासित होती थी. ये सब लोग मुझ से भयभीत थे और मेरा सम्मान करते थे. मेरा इन सब पर ऐसा अधिकार था कि कुछ जो मेरे कुकर्मों को जानते थे, वो भी सार्वजनिक जीवन में मेरा पक्ष लेते थे. मेरा चर्च के प्रति जो दायित्व था, उसे मैंने केवल खाना पूर्ती के लिए ही किया है. 
मैं बहुत से अबोध लोगों की हत्या का कारण बना हूँ. मैंने साठ पुरुषों को गर्भपात करने की औषधि ला कर दी है जिस से कि वो सब अपने अजन्मी संतानों के हत्यारे हैं. (हालांकि गर्भपात एक अपराध था किन्तु होली फादर इस नीच कर्म में सम्मिलित होते रहते थे. ऐसा एक वर्णन होली फादर का ब्रह्मचर्य में भी पढ़ सकते हैं).
हमारी चर्च में हम छः प्रीस्ट हैं और गत बारह वर्षों में हमने अपनी हर प्रकार की इच्छा पूर्ती के लिए सभी संभव उपाय किये हैं. हम में से प्रत्येक के पास अपने क्षेत्र की सुन्दरतम और आकर्षक महिलाओं की एक सूची होती थी. और यदि हम में से किसी का मन किसी और के क्षेत्र की किसी ऐसी महिला पर आ जाता जो कि अत्यंत आकर्षक होती थी तो वो उस क्षेत्र के पादरी को बता देता. उस क्षेत्र का पादरी उसे अपने घर पर बुला भेजता था, जहां कि उसकी मांग करने वाला फादर पहले से उपस्थित होता था. वो वहाँ अपनी इच्छा पूर्ती कर लेता था. हम ने गत बारह वर्षों में एक दूसरे की इस प्रकार सहायता की है. 
ये सब सुचारू रूप से चलाने के लिए हम इस प्रकार चाल चलते थे; उन महिलाओं के पति अथवा पिता को हम कह देते थे कि इस महिला अथवा कन्या को किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक अथवा आध्यात्मिक गतिविधि से वंचित न किया जाए; महिला से हम कहते थे कि अपने पति अथवा पिता से कहे कि वो फादर की आज्ञा के अनुसार चलें; ऐसा करने से वो प्रीस्ट से मिलने के लिए बिना किसी रोक टोक के आ जा सकती थीं. यदि वे ऐसा करने से इनकार करेंगी तो या तो हम उनके पति/पिता को उन्हें कहीं भी आने जाने से मना करने के लिए कह देंगे; अथवा उन्हें होली इन्कुइसिशन को सौंप देंगे. इस चाल में फंस कर वो सदा हमारे चंगुल में फंसी रहती थीं और किसी पर ये रहस्य प्रकट भी नहीं कर सकती थीं.
मुझे अपने क्षेत्र में जितनी महिलायें आकर्षक लगी मैंने उन में से किसी एक को भी नहीं छोड़ा, और मेरे फादर भाइयों के क्षेत्र में भी जो मुझे अच्छी लगीं, मैंने उनसे अपनी इच्छा पूर्ती की. मैं इस संबंध में कोई निश्चित आंकड़ा तो नहीं बता सकता किन्तु इन महिलाओं के माध्यम से मेरी साठ संतानें जीवित हैं. मैंने अपने घर में दो महिलाओं को रखा हुआ है, जो कि दोनों बहनें हैं. वो मेरे पास अपने माता पिता के देहांत के पश्चात आयी थीं. इन में से बड़े वाली से मेरे दो लड़के हैं और छोटे वाली से एक. मेरा एक लड़का जो मेरी बहन से जन्मा था, उसकी मृत्यु हो चुकी है. इसलिए मैं अपनी बहन के लिए ५,००० सिक्के छोड़े जा रहा हूँ, ये उसे मिलेंगे यदि वो सेंट बर्नार्ड कॉन्वेंट में नन बन कर रहेगी. उन दोनों युवा बहनों के लिए मैं २,००० सिक्के प्रति व्यक्ति छोड़ रहा हूँ जो मेरे बच्चों की माँ हैं और शेष मैं अपने तीनों बच्चों के लिए छोड़े जा रहा हूँ. 
इस कन्फैशन में जो तथ्य उभर कर सामने आते हैं, वो ये हैं कि चर्च के शत प्रतिशत पादरी इस सेक्स रैकेट में संलिप्त थे. इतना ही नहीं, वो एक दूसरे को, सड़क छाप दलालों की भांति, अपने अपने क्षेत्र की सुन्दरतम महिलाएं परोस कर देते थे. ये वासना के भूखे होली फादर अपनी बहन तक को नहीं छोड़ते थे. आज पूरे भारत देश में रॉबर्ट डि नोबिली के ये वंशज कैथोलिक आश्रम खोल रहे हैं और इस खोखली विचारधारा का प्रचार कर रहे हैं. समाज सेवा के नाम से हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करने पर तुले हुए हैं. एक विदेशी महिला ने इसाई मिशनरियों को इतनी शक्ति प्रदान कर दी है कि वो सर्वोच्च न्यायालय को अपनी मतान्तर पर की गयी टिपण्णी से पलटने पर बाध्य कर देते हैं.

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